अंजड़ / बड़वानी – 21 मार्च 2021 की रविवार की शाम यूं तो अंजड़ नगरी में होने वाली प्रतिदिन की शाम की तरह थी , किंतु इस शाम में कुछ ऐसा हुआ जिसने इसे एक खास शाम बना दिया। Jn.सारेगामा ग्रुप अंजड़ एवं बड़वानी के संगीत मर्मज्ञ व कलाकारों के संयुक्त प्रयासों से अंजड़ नगर के अन्नपूर्णा भवन में संगीत की एक अद्वितीय महफिल सजाई गई।
सबसे पहले कोरोना योद्धाओं का, जो समाज के विभिन्न वर्गों से आते हैं, जिनमें मुख्य रुप से सतीश गोथरवाल संगीत गुरुजी बड़वानी , माया राम सोलंकी सीएमओ नगरपालिका ,समर्पण सेवा समूह अंजड़ ,लायन धर्मेंद्र जैनअंजड़ ,लायन जितेंद्र जैन बड़वानी, रणछोड़ जीराती उपाध्यक्ष नगरपालिका अंजड़ एवं अन्य समाजसेवियों का सम्मान किया गया, एवं उनके द्वारा दी गई विशिष्ट सेवाओं को स्मरण किया गया। लगभग एक घंटा तक चले इस सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि वीर सिंह जी चौहान एसडीएम राजपुर , भागीरथ जी बांखला तहसीलदार अंजड़, शेखर पाटनी , गोविंद आवल्या ने अपने कर कमलों से कोरोना काल के दौरान अपनी सेवाओं से सभी को प्रभावित करने वाले इन योद्धाओं का सम्मान किया।

इस अवसर पर एक विशाल संगीत संध्या का आयोजन किया गया। करीब 5 घंटे से अधिक चली इस संगीत संध्या में 1 दर्जन से अधिक वादक कलाकारों जिनमें प्रमुख रूप से बाबला गजभिए बबलू शर्मा सत्यम सेन एवं सचिन परमार एवं साथी इंदौर से वरिष्ठ संगीत मर्मज्ञ फिदा पेंटर कसरावद तथा अमजद अली खान एवं साथी अंजड़ से, एवं 20 से अधिक गायकों ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा तो अंजड़ के सुधी श्रोता अपनी नगरी के इस आयोजन में पूरे उत्साह से तालियों का महोत्सव खड़ा करते हुए इन कलाकारों का सम्मान करते नजर आए। मां सरस्वती की पूजा और अर्चना के बाद ईश वंदना , ” ए मालिक तेरे बंदे हम ” से आरंभ हुए इस कार्यक्रम के पहले गीत से लेकर अंतिम गीत होने तक पूरा सभागार श्रोताओं से भरा हुआ था।

अंजड़ के संगीत प्रेमी अपने अनुशासन के लिए जाने जाते हैं , और इसी का सुंदर उदाहरण इस पूरे कार्यक्रम में देखने को मिला । अपने गीत के प्रयास में किसी भी कलाकार ने कोई कसर शेष न रखी तो वहीं दूसरी ओर कई ऐसे भी कलाकार थे जिन्होंने अपना पहला गीत इस तरह से श्रोताओं के बीच में प्रस्तुत किया था और अपने पहले ही प्रयास में वे सफल रहे।
कक्षा 5 में पढ़ने वाली बेबी हिमानी यादव ने “उनसे मिली नजर कि मेरे होश उड़ गए “और “अजीब दास्तां है यह “गीत गाकर श्रोताओं को अचंभित कर दिया वही उससे अधिक उम्र के कई कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियां दी जिसमें महिला कलाकारों में सुनीता मोरे, शालिनी कोकणे, हर्षिता कोकने , मौसमी जोशी, बेबी हिमानी यादव, बेबी अभिज्ञा रावत , रक्षंदा खान वीरेंद्र वाशिंदे, श्याम पांडे ,असगर अली नसीम ,गुरमीत सिंह गांधी, कृष्णा ठाकुर सर ,अनिल जोशी, मोहसिन खान व साजिद खान थे।

कार्यक्रम के लिए गीतों का सुंदर चयन मंच संचालक श्री अनिल जोशी और इंदौर से आए सुनील शर्मा ने इतनी खूबसूरती के साथ किया था कि उसमें सभी श्रोताओं की रुचियों का ध्यान रखा गया था , और इस कार्यक्रम की सफलता में इस चयन का एक बहुत बड़ा हाथ रहा। लगातार रिहर्सल और उसके बाद मंच पर सफल प्रस्तुति से कलाकारों के चेहरे पर सहज आत्मविश्वास के भाव दिखाई दे रहे थे। रात्रि 2:30 पर जब अंतिम गीत प्रस्तुत किया गया तो मानो ऐसा लगा कि इतना कुछ किए जाने के बाद भी बहुत कुछ बाकी रह गया था। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में श्रीमान एसडीएम साहब ने श्रीमान शेखर पाटनी जी ने और श्री गोविंदा आवल्या जी ने इतने सुंदर कार्यक्रम को प्रस्तुत किए जाने के लिए आयोजकों को बधाई देते हुए ऐसे कार्यक्रमों के निरंतर आयोजित किए जाने पर बल दिया। इस अवसर पर शेखर पाटनी ने अपनी ओर से ₹11000 संस्था को भेट दे कर इस आयोजन में अपनी आहुति दी ।

कार्यक्रम का संगीत संयोजन जहां अमजद खान की संगीत प्रतिभा का परिचय दे रहा था वही कार्यक्रम संयोजन में अनिल जोशी का लंबा अनुभव स्पष्ट रूप से अनुभव किया गया। केंद्रीय विद्यालय बड़वानी के संगीत गुरु सतीश गोथर वाल संगीत गुरु जी के शिष्यों ने इस अवसर पर अपनी कला कौशल से सभी को बहुत प्रभावित किया। वर्षों बाद ऐसा अनूठा संगीत कार्यक्रम अंजड़ नगर में आयोजित किया गया जिसकी चर्चा लंबे समय तक नगर में बनी रहेगी।
