बड़वानी / आज के दौर में हमारे मूल काम से अधिक कोरोना से आई त्रासदी में आम जनों के लिए स्वास्थ्य सुविधा संसाधन जुटाना सभी की प्रथम जिम्मेदारी है। बहुत हद तक बड़वानी जिला प्रशासन साझा प्रयासों से कोरोना पर समग्र विजय प्राप्त करने की ओर निरंतर अग्रसर हो रहा है। अपने इस त्रासदी के दायित्व के अतिरिक्त दिव्यांगजन हितार्थ दायित्व का भी निर्वहन जिला कलेक्टर श्री शिवराजसिंह वर्मा के साथ साथ जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के पदाधिकारी इस व्यस्ततम दौर में भी कर रहे हैं।
राजपुर निवासी दिव्यांग दंपत्ति श्री रामू खोटे अपने 4 वर्षीय पुत्र पूर्वांश जो कि सेरेब्रल पाल्सी दिव्यांगता से ग्रसित है। किंतु फिर भी वह बच्चा काफी सक्रियता से परिजनों को देखकर क्रियाशील हो जाता है। जिसे देखकर बालक के पिता रामू के मन में अपने बच्चे को स्वयं के पैरों पर चलता हुआ देखने की इच्छा प्रबल हुई जिसे उसने कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा के समक्ष व्यक्त की।

कलेक्टर श्री वर्मा ने जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र आशा ग्राम में पदस्थ प्रोस्थेटिक एवं ऑर्थोटिक विशेषज्ञ श्री मणिराम नायडू को निर्देशित किया की इस बालक के हित में जो भी हो वह सुनिश्चित करें। जिस पर श्री नायडू के द्वारा कोरोना काल के लॉकडाउन के दौरान संसाधन जुटाकर बालक के लिए सीपी चेयर का निर्माण कर उसके हौसलों को पंख लगा दिए। कलेक्टर श्री शिवराजसिंह वर्मा के हाथों सीपी चेयर पाकर बालक उस पर सवार होकर उनके समक्ष ही उसे तेजी से चलाने लगा जिसे देखकर वहां मौजूद कलेक्टर ने भी बालक का उत्साह वर्धन किया तथा सांकेतिक भाषा में उसे गाड़ी चलाने के दिशा निर्देश समझाएं।
वही बालक की दादी और पिता ने, कलेक्टर श्री वर्मा को धन्यवाद ज्ञापित कर जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के इस कोरोना त्रासदी जैसे विपरीत परिस्थिति में भी किए गए कार्य की सराहना की।
