इंदौर। मानव तस्करी, आईटी एक्ट, लूट जैसे गंभीर अपराधों में फरार आरोपित जीतू सोनी पर पुलिस ने बुधवार को 3 और प्रकरण दर्ज किए। उस पर आरोप है कि उसने 30 फ्लैट पर कब्जा कर वहां गनमैन व बाउंसर तैनात किए। शिकायत करने पर किराएदार व खरीदारों को धमकाया। जीतू पर अभी तक छह केस केस दर्ज हो चुके हैं। एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र के मुताबिक मदीना नगर निवासी ठेकेदार मोहम्मद अली गम्मू बक्स उस्मानी की शिकायत पर आरोपित जीतू उर्फ जितेंद्र सोनी, निखिल कोठारी और आनंद यादव के खिलाफ धमकी और अड़ीबाजी का केस दर्ज किया गया है। अली ने पुलिस को बताया कि बिल्डर निखिल कोठारी ने निपानिया में ‘होराइजन ऑसिस’ इमारत बनाई थी। इसमें अली ने 17 फ्लैट का सौदा किया और 11 परिचितों को दिलवाए।
निखिल ने कुछ लोगों को फ्लैट किराए पर दे दिए और फरार हो गया। जीतू ने उन पर कब्जा जमाया और गनमैन व बाउंसर तैनात कर दिए। उसने किराएदार व खरीदारों को भी धमकाया। शिकायत करने पर पुलिस ने कार्रवाई से इनकार कर दिया। अली ने कोर्ट में परिवाद दायर किया और निखिल के विरुद्ध धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कराया। जीतू ने लोगों को धमकाया और शिकायत पर साइन करने से इनकार करने को कहा। दूसरा केस भी अली ने तुकोगंज थाने में दर्ज कराया है। उसने कहा कि निखिल कोठारी द्वारा बनाई गई इमारत होराइजन रेसीडेंसी (एमजी रोड) में एक करोड़ 10 लाख में दो फ्लैट खरीदे थे, लेकिन जीतू सोनी ने उन पर भी कब्जा कर लिया और गुंडे को ठहरा दिया।
जीतू का कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी, प्रॉपर्टी कुर्क करने की तैयारी में जुटी पुलिस
पांच दिन बाद भी पेश नहीं होने पर पुलिस ने जीतू सोनी के खिलाफ बुधवार को जिला कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी करवा दिया। सांध्य दैनिक’संझा लोकस्वामी’ समूह के कर्ताधर्ता जीतू उर्फ जितेंद्र सोनी निवासी आलोक नगर (कनाड़िया रोड) पर एमआईजी थाने में आईटी एक्ट, पलासिया में मानव तस्करी, लूट, तुकोगंज में अड़ीबाजी और लसूड़िया में धोखाधड़ी व धमकाने के केस दर्ज हैं। एमआईजी और पलासिया थानों से 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित है। एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र के मुताबिक अब जीतू कोर्ट से अग्रिम जमानत नहीं ले सकता। उसे गिरफ्तारी देना अनिवार्य है। जल्द ही पुलिस उसे भगोड़ा भी घोषित करवाकर उसकी प्रॉपर्टी कुर्क करेगी। इसके लिए नगर निगम, आईडीए और रजिस्ट्रार ऑफिस को पत्र लिख दिए हैं।
पत्रकार, पुलिस और बिल्डरों के फोन की जासूसी कर रही क्राइम ब्रांच व साइबर सेल
छापे के ठीक पहले जीतू सोनी के फरार होने से अफसर सकते में हैं। भोपाल में पदस्थ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी रोजाना रिपोर्ट मांग रहे हैं। पुलिस को शक है कि फरारी में कुछ पुलिसवाले ही मदद कर रहे हैं। पुलिस ने जीतू सोनी के दो नंबरों की कॉल डिटेल भी निकाली है। शनिवार रात माय होम पर छापा पड़ने के कुछ देर पूर्व तक जीतू होटल में था, लेकिन अचानक खबर आई और एक कार में बैठकर वह रवाना हो गया। इससे शक है कि छापे में शामिल किसी पुलिसकर्मी ने ही उसे आगाह किया था। सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने जीतू के एक दर्जन से अधिक मददगारों को सर्विलांस पर लिया है। इनमें पत्रकार, बिल्डर और पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। करीब 20 मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली गई है। इनमें दोस्त, परिजन और कुछ महिलाएं शामिल हैं।
महिलाओं-लड़कियों ने कहा- शारीरिक शोषण भी हुआ
एसएसपी के मुताबिक होटल से मुक्त कराई गई महिलाओं और लड़कियों ने कबूला कि उनके ग्रुप में शामिल कई युवतियों का शारीरिक शोषण भी हुआ है। जीतू के निर्देश थे कि डांस फ्लोर पर नोट न्योछावर करने वाले ग्राहक को अदाओं से तब तक सम्मोहित किया जाए, जब तक कि उसके रुपए खत्म न हों। रुपए खत्म होने पर उसे धक्के देकर बाहर निकाल देते थे। जीतू के कुछ ग्राहक और दोस्त लड़कियों के नंबर भी ले लेते थे। वे उन्हें बातों में उलझाए रखती थीं। कई बार प्रीमियम ग्राहक और दोस्त होटल में भी संबंध बनाते थे। हालांकि पुलिस ने एक भी युवती के बयानों पर कार्रवाई नहीं की है।
