बड़वानी / नवागत कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा ने अमानत में खयानत कर भू-माफिया बनने वाले एसडीएम के तात्कालीन रीडर बाबुलाल मालवीय को जहाॅ निलम्बित कर दिया है, वही रीडर सहित अन्य तीन दोषियों शरदचन्द्र दतात्रय, प्रितेश शरदचन्द्र, श्रीमती कलाबाई कलाल पर एफआईआर कराने के भी निर्देश दिये है। कुछ दिनो पूर्व ही जिले में पदस्थ कलेक्टर के इस कथन की यह भू-माफियाओं के विरूद्ध कार्यवाही की शुरूआत है, जिले के किसी भी भू-माफिया को छोड़ा नही जायेगा, को लेकर जहा आमजनों में प्रसन्ता है, वही भू-माफियाओं में भय का वातारण है। ज्ञातव्य है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने परसो हुई अपनी वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान ही भू-माफियाओं, अनैतिक कार्य करने वालो पर कठौर कार्यवाही करने के निर्देश सभी कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को दिये है। कलेक्टर की इस कार्यवाही को, लोग मुख्यमंत्री के निर्देश से जोड़कर देख रहे है।
यह भी कहा जा रहा है कि शहर के बायपास पर टाऊन एंड कन्ट्रीप्लानिंग में अन्य प्रयोजन के लिए आरक्षित जमीन पर अवैध कालोनी जो काटी गई है । जिसको तात्कालिक कांग्रेस शासन काल में तात्कालिक कलेक्टर और एसपी के व्दारा निरीक्षण कर नोटिस जारी कर, जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने की पूरी योजना बन चुकी थी, कि कार्रवाई को रातों-रात टाॅय-टाॅय फिस्स कर दिया गया में भी इस एसडीएम के पूर्व रीडर बाबूलाल मालवीय का महत्वपूर्ण रोल हो सकता है? इसलिए भी कि इस माफिया का उसी भूमि पर आलीशान भवन बना हुआ है जैसा लाखों की तनख्वाह वाले कलेक्टर का भी नहीं होगा! क्या जिला प्रशासन उस महत्वपूर्ण फाईल का भी अवलोकन कर ऐसे भूमाफिया के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगा? जो जमीन शासकीय रिकार्ड में अन्य प्रयोजन के लिए दर्ज है उस भूमि में उक्त रीडर को प्लाट मिला कैसे? इस माफिया के पास अलिशान बिल्डिंग बनाने का पैसा आया कहाँ से …?
