बडवानी / – सेठ एम.आर. जैपुरिया स्कूल में राष्ट्रिय खेल दिवस एवं विश्व संस्कृत दिवस मनाया गया | खेल दिवस के उपलक्ष पर संस्था के खेल विभाग द्वारा मेजर ध्यानचन्द्र को सम्मानपूर्वक याद किया गया |जिसके मुख्य अतिथि संस्था की डायरेक्टर मृदुषी गुप्ता एवं कर्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. पी.व्ही. सत्य रमेश थे |मंच पर खेलों में हाँकी, टेनिस, क्रिकेट, स्केटिंग, बेडमिंटन के  आकर्षक स्टंट को नृत्य के रूप में प्रदर्शन किया गया, जिसका विद्यार्थियों और पालकगण ने खुब आनन्द उठाया | इसे तैयार करने में अमित पाटीदार, आनन्द भावसार, रोहित  राठौर, अर्जित सिंह चौहान एवं श्वेता बिल्लोरे की अहम भूमिका रही| इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. पी.व्ही. सत्य रमेश ने अपने उद्बोधन में कहा मेजर ध्यानचंद ने न सिर्फ खेल भावना को बढ़ावा दिया अपितु देश भक्ति का भी आदर्श उदाहरण दिया है | यह बात जर्मन और हिटलर को भी भलीभाँति समझा दिया था| साथ ही संस्कृत भाषा के संवर्धन हेतु संस्कृत प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ गणेश वंदना से हुई। इस कार्यक्रम में कुल 15 से 20 प्रकार के स्टाल लगाए गए। जिसके अंतर्गत नर्सरी कक्षा से लेकर नौवी कक्षा तक के छात्रों द्वारा विभिन्न विभिन्न प्रस्तुतियाँ दी गयी।

दैनिक उपयोगी वस्तुओं व हमारी रसोई में प्रयोग होने वाले सभी मसालों का संस्कृत भाषा में सुंदर रीति से परिचय कराया, साथ ही विद्यालय प्रांगण में तथा हमारे घरों में, कार्यालयों में, पायी जाने वाली समस्त वस्तुओं का भी संस्कृत भाषा में सुंदरता से वर्णन किया। जिन फल-सब्जियों को हम रोज़ खाते हैं, उनके साथ-साथ हमारे भोजन की थाली में आने वाले अनेक व्यंजनों को भी संस्कृत भाषा में प्रस्तुत किया, पर्यावरण के अनेक दृश्यों के साथ पशु-पक्षियों का, और वृक्ष के सभी अंगों को भी छोटे-छोटे नन्हें बालकों ने बहुत ही बेहतरीन अंदाज़ में प्रस्तुत किया। इसी के साथ अनेक छात्रों द्वारा संस्कृत भाषा में सुंदर-सुंदर गीतों व मंत्रों के उच्चारण संबंधी अनेक प्रस्तुतियों ने सबका मन मोह लिया। प्रदर्शनी देखने आए अतिथियों के लिए संस्कृत भाषा में ही एक खेल का आयोजन भी किया गया जिसमें सहभागिता कर अनेक अभिभावकों द्वारा उपयोगी ज्ञान प्राप्त किया गया। महाकवि कालिदास, महर्षि वेदव्यास जैसे महापुरुषों और जगन्नाथपुरी जैसे धार्मिक व सांस्कृतिक स्थलों की झाँकी कार्यक्रम में आकर्षण का केन्द्र रही। संस्कृत में खेला गया नुक्कड़ (वीथी) नाटक सभी के माध्यम से सराहा गया। कुल मिलाकर इस प्रदर्शनी के माध्यम से जयपुरिया विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा लगभग 350 से 400 वस्तुओं का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के शिक्षकों के माध्यम से किया गया।

 

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